रिश्तों की है यही धरोहर फिर क्यूं मुझको भूल गए तुम। रिश्तों की है यही धरोहर फिर क्यूं मुझको भूल गए तुम।
इस बार जो आऊंगा सिंदूर बन माथे पर सज जाऊंगा। इस बार जो आऊंगा सिंदूर बन माथे पर सज जाऊंगा।
मदिरा अब प्यारी नज़र आने लगी मौत तो अब दुल्हन नज़र आती है। मदिरा अब प्यारी नज़र आने लगी मौत तो अब दुल्हन नज़र आती है।
चली थी जब तुम्हारे संग, सब रंगीन लगता था, जब तक साथ में थे तुम, सब हसीन लगता था। चली थी जब तुम्हारे संग, सब रंगीन लगता था, जब तक साथ में थे तुम, सब हसीन लगता ...
सोई तृष्णा झकझोर गया, मैं उठ बैठी, वो छोड़ गया। सोई तृष्णा झकझोर गया, मैं उठ बैठी, वो छोड़ गया।
विरह वेदना दिल को कर देती है कमजोर। विरह वेदना दिल को कर देती है कमजोर।